जानें कैसे लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन की दुनिया में अपने नाम को चमकाया और देश का गर्व बढ़ाया।
जानें कैसे लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन की दुनिया में अपने नाम को चमकाया और देश का गर्व बढ़ाया।
प्रारंभिक जीवन
प्रारंभिक जीवन
लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुआ। उनके पिता, डीके सेन, एक बैडमिंटन कोच हैं।
लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुआ। उनके पिता, डीके सेन, एक बैडमिंटन कोच हैं।
बैडमिंटन करियर की शुरुआत
बैडमिंटन करियर की शुरुआत
लक्ष्य सेन ने 8 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया। जल्द ही, उनकी प्रतिभा ने उन्हें युवा चैंपियन बना दिया।
लक्ष्य सेन ने 8 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया। जल्द ही, उनकी प्रतिभा ने उन्हें युवा चैंपियन बना दिया।
प्रमुख उपलब्धियाँ
प्रमुख उपलब्धियाँ
2018 में, लक्ष्य सेन ने जूनियर बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भी जीत दर्ज की है।
2018 में, लक्ष्य सेन ने जूनियर बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भी जीत दर्ज की है।
2021 की सफलता
2021 की सफलता
2021 में, लक्ष्य सेन ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रमुख प्रदर्शन किया और भारतीय बैडमिंटन का मान बढ़ाया।
2021 में, लक्ष्य सेन ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रमुख प्रदर्शन किया और भारतीय बैडमिंटन का मान बढ़ाया।
प्रेरणा और सम्मान
प्रेरणा और सम्मान
लक्ष्य सेन की मेहनत और समर्पण ने उन्हें युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बना दिया है। उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं।
लक्ष्य सेन की मेहनत और समर्पण ने उन्हें युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बना दिया है। उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं।
भविष्य की योजनाएँ
भविष्य की योजनाएँ
लक्ष्य सेन भविष्य में ओलंपिक खेलों और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का नाम ऊँचा करने का सपना देख रहे हैं। उनकी सफलता की यात्रा जारी है
लक्ष्य सेन भविष्य में ओलंपिक खेलों और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का नाम ऊँचा करने का सपना देख रहे हैं। उनकी सफलता की यात्रा जारी है